आखिरकार भारत को अपनी पहली मैकलेरन डीलरशिप मिल सकती है, क्योंकि ब्रिटिश स्पोर्ट्सकार निर्माता दुनिया भर में अपना विस्तार करना चाह रही है। कंपनी 2018 में भारत में प्रवेश करने की योजना बना रही है, जिसमें पहले से ही फरारी, लेम्बोर्गिनी, एस्टन मार्टिन, मासेरटी और पोर्श जैसे अन्य लोकप्रिय स्पोर्ट्स कार ब्रांड मौजूद हैं।
विश्व स्तर पर, मैकलेरन की श्रेणी में 540सी, 570 रेंज (कूप, स्पाइडर और जीटी), 675एलटी रेंज, 650एस (स्पाइडर और कूप) और 720एस जैसी स्पोर्ट्स कारें शामिल हैं। कार निर्माता पी1 हाइपरकार के लिए भी जानी जाती है, जिसे 2013 में बंद कर दिया गया था।
मैकलेरन अपनी स्पोर्ट्सकारों की पूरी श्रृंखला की पेशकश करेगी। प्रवेश स्तर 540सी की कीमत लगभग 2 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) होने की उम्मीद है। लॉन्च होने पर, कार निर्माता का प्रति वर्ष 10 कारों की बिक्री का लक्ष्य होगा।
यद्यपि इस सेल्स टार्गेट से शायद ही मैकलेरन के 2022 तक सालाना 5000 कारों की वैश्विक बिक्री लक्ष्य पर कोई फर्क पड़ेगा, लेकिन यह निश्चित रूप से देश में इसकी ब्रांड वैल्यू को बढ़ाएगी। पिछले साल, इसने 3,286 इकाइयां बेचीं थी, जो की 2015 में बिकने वाली 1,654 कारों की तुलना में दोगुनी थी।
भारतीय सुपर कार सेगमेंट के तेज गति से बढ़ने की संभावना है और यह अगले साल के अंत तक तीन अंकों के आंकड़े को पार कर पाएगी। इस सेग्मेंट में 2.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत वाली कारें शामिल हैं। यह खंड वर्तमान में लेम्बोर्गिनी के नेतृत्व में है, जिसने 2016 में इस सेग्मेंट में बिकने वाली 70 कारों में से 30 कारों को बेचा था।
दिलचस्प बात यह है कि विदेश में पंजीकृत दो 720एस स्पोर्ट्सकारों को भारत में देखा गया है। वर्तमान में, मैकलेरन की एशिया, यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और लैटिन अमेरिका में 79 सेल्स और सर्विस आउटलेट हैं। ये भारत, ब्राजील और रूस जैसे बाजारों में अपना डीलरशिप स्थापित करने का प्रयास कर रहे है।