फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अमेरीकी फोर्ड मोटर कंपनी की सहायक कंपनी है। कंपनी अपना निर्माण कार्य 1926 में शुरू किया था, हालांकि 1954 में भारी वित्तीय संकट के वजह से इसका निर्माण कार्य बंद हो गया था।
फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अमेरीकी फोर्ड मोटर कंपनी की सहायक कंपनी है। कंपनी अपना निर्माण कार्य 1926 में शुरू किया था, हालांकि 1954 में भारी वित्तीय संकट के वजह से इसका निर्माण कार्य बंद हो गया था।
कंपनी ने भारतीय बाजार में अपना कदम महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के साथ संयुक्त उद्यम में आने के बाद अक्टूबर 1995 में रखा था। बाद में 72 प्रतिशत की उद्यम शेयर के साथ कंपनी का नाम बदल दिया गया और 1998 में फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड रखा गया। कार निर्माता भारत में अब तक फिगो, ईको स्पोर्ट, फिस्टा, एंडेवर, फिगो एस्पायर और मस्टंग को पेश कर चुकी है।
- फोर्ड फिगो
फोर्ड फिगो एक सब- कॉमपैक्ट हैचबैक है, जिसका निर्माण फोर्ड इंडिया द्वारा इसके चेन्नई के सानंद संयंत्र में किया गया है। यह मार्क वी के यूरोपियन फोर्ड फिस्टा पर आधारित है। फोर्ड 2010 से ही विकासशील देशोंमें बिक्री के लिए उपलब्ध है।
पहली पीढी संस्करण: (2010-2015)
फोर्ड फिगो का अनावरण भारत में पहली बार सितंबर 2009 में दिल्ली में हुआ था। यह भारत में पेश की गई फोर्ड क्लासिक से भी छोटी है। फिगो एक इटालियन शब्द है जिसका मतलब होता है “कूल।” इसे भारत में मार्च 2010 को लॉन्च किया गया था, और जूलाई 2010 तक सभी वेरियेंटों के लिए इसकी कुल 25,000 इकाईयों कि बुकिंग हो चुकी थी। फिगो की फेसलिफ्टेड मॉडल, 15 अक्टूबर 2012 को लॉन्च हुई थी। इस मॉडल में बड़ा हेक्सागोनल आकार का ग्रील है और नई तरह से निर्मित आगे और पीछे का लैम्प लगा हुआ है। इसे दक्षिणी अफ्रिका में 2013 में लॉन्च किया गया था।
इंजन विकल्प: 1. पेट्रोल 2. डीजल
ट्रांसमिशन: 5 गति की हस्तचालित ट्रांसमिशन।
दोनों इंजनें, बीएस-4 के अंतर्गत के उत्सर्जन मानक पर खड़ा उतरती है।
आयाम:
व्हीलबेस: 2,489 मिलिमीटर।
लम्बाई: 3,795 मिलिमीटर।
चौड़ाई: 1,689 मिलिमीटर।
ऊंचाई: 1,427 मिलिमीटर।
कर्ब भार: 1,040 से 1,130 किलोग्राम।
ईंधन टैंक की क्षमता: 45 लीटर।
टर्निंग रेडियस: 4.9 मीटर।
बूटस्पेस: 284 लीटर।
इंजन: 1,242 सीसी जीटेक-एसई एल4
1,398 सीसी डूराटॉर्क डीएलडी-414 टीडीसीआइ एल4
ट्रांसमिशन: 5 गति की हस्तचालित।
इंजन
मॉडल | 1.2 डूराटेक पेट्रोल | 1.4 डूराटॉर्क डीजल |
प्रकार | 1,196 सीसी 16वी डीओएचसी | 1,399 सीसी 8वी एसओएचसी |
पावर | 6250 आरपीएम पर 71 पीएस | 4000 आरपीएम पर 69 पीएस |
टॉर्क | 4000 आरपीएम पर 102 न्युटन मीटर | 2000 आरपीएम पर 160 न्युटन मीटर |
सुरक्षा विशेषताएं:
फोर्ड फिगो में आगे और पीछे ड्रम ब्रेक पर वेंटिलेटर डिस्क प्रदान किया गया है। शीर्ष के वेरियेंट में एंटी- लॉक ब्रेकिंग सिस्टम और इलेक्ट्रोनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन भी प्रदान भी प्रदान किया गया है जो सुरक्षा को और भी बेहतर बनाता है। यह तत्काल परिस्थिति में कार को पूर्ण रूप से स्थित करने में मदद करता है। क्रैश के दौरान, फिगो का इंजन स्वत: बोनट क्षेत्र से निकल कर कार को आग लगने से बचाता है।
फिगो द्वारा जीते गये पुरस्कारें:
- फिगो को 2010 में 20 भारतीय कार उद्योग अवार्ड द्वारा, अन्य कारों की अपेक्षा में सबसे सम्मानित कार माना गया है।
- 2011 में फोर्ड फिगो को ऑटोमोटिव मैग्जीन के एडीटर के एक पैनल द्वारा कार ऑफ दि ईयर अवार्ड के लिए वोट किया गया था।
- 2011 में साउथ अफ्रीकन कार ऑफ दि ईयर अवार्ड में यह कार रनर-अप रही थी।
दुसरी पीढी (2015 से वर्तमान में)
फोर्ड इंडिया ने दुसरी पीढी की फिगो को फिगो के लॉन्च के 6 सालों बाद, 2015 में लॉन्च किया था।
तकनीकी विवरण:
इंजन
दुसरी पीढी की फिगो 3 इंजन विकल्पों में उपलब्ध है।
- 1.2 लीटर की पेट्रोल इंजन जो 88 पीएस पावर और 112 न्युटनमीटर टॉर्क उत्पन्न करता है और यह 5 गति की हस्तचालित ट्रांसमिशन द्वारा संचालित होगी।
- 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन जो 6 गति की डूअल-क्लच ट्रांसमिशन से संचालित होगी। यह 112 पीएस पावर और 136 न्युटनमीटर टॉर्कउत्पन्न करेगा।
- 1.5 लीटर डीजल इंजन जो 100 पीएस पावर और 215 न्युटनमीटर टॉर्क उत्पन्न करेगा।
वेरियेंट / ट्रीम स्तर:
वेरियेंट | बेस | एम्बियेंट | ट्रेंड | टाइटेनियम | टाइटेनियम |
बाजार | भारत | ||||
पावरट्रेन | |||||
1.2 लीटर टीआई–वीसीटी पेट्रोल एमटी | Y | Y | Y | Y | Y |
1.5 लीटर टीआई-वीसीटी पेट्रोल एटी | – | – | – | Y | – |
1.5 लीटर टीडीसीआई डीजल एमटी | Y | Y | Y | Y | Y |
सुरक्षा | |||||
ईबीडी* के साथ एबीएस | – | – | – | Y | Y |
ईएसपी** + टीसीएस*** + एचएलए**** | – | – | – | Y (केवल एटी) | – |
*इलेक्ट्रोनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (ईबीडी), **इलेक्ट्रोनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ईएसपी), ***इलेक्ट्रीक पावर-असिस्टेड स्टीयरिंग (ईपीएएस),****हिल लॉन्च असिस्ट (एचएलए) | |||||
मनोरंजन और कनेक्टिविटी | |||||
मायफोर्ड डॉक | – | – | Y | Y | Y |
4.2″ एमएफडी स्क्रीन | – | – | – | – | Y |
#सिंक (आवाज नियंत्रण के साथ) और ऐपलिंक | – | – | – | – | Y |
फोर्ड माय-की | – | – | – | – | Y |
सुरक्षा सुविधाएं:
बेस वेरियेंट को छोड़कर सभी वेरियेंटों में डूअल-फ्रंट एयरबैग उपलब्ध है। बेस वेरियेंट में केवल ड्राइव-साइड के लिए एयरबैग उपलब्ध है। शीर्ष के वेरियेंट में कुल 6 एयरबैग उपलब्ध है, जिसमें साइड और कर्टेन एयरबैग भी शामिल है।
फ्रंट ग्रील:
दुसरी पीढी की फिगो में- “एस्टन मार्टिन एस्क्यु” फ्रंट ग्रील लगी हुई है। शीर्ष के ट्रीमों टाइटेनियम और टाइटेनियम प्लस, की स्लेटें और पास की ग्रील पर क्रोम का पानी चढाया गया है। नीचली स्तर की ट्रीम के ग्रील पर या तो काले रंग या चांदी का पेंट चढाया गया है।
विशेषताएं:
- मायफ़ोर्ड डॉक, जिसे पहले फिगो एस्पायर में पेश किया गया था। इसकी मदद से यात्री आसानी से अपना स्मार्टफोन चार्ज कर सकते है और साथ हि रास्ता भटकने पर मदद के लिए नेविगेशन सिस्टम का भी प्रयोग कर सकते है।
- शीर्ष के वेरियेंट में ऐपलिंक के साथ फोर्ड की सिंक कनेक्टिविटी भी उपलब्ध है।
- फोर्ड माय-की, वाहन मालिक को उच्च गति पर कार के ड्राइव के लिए एक सीमा सेट करने, सीटबेल्ट पहनने के लिए प्रेरित करने, ऑडियो के वॉल्युम को सही करने के योग्य बनाता है।
रंगों में विकल्प:
दुसरी पीढी कि फोर्ड फिगो 7 रंगों के विकल्प में उपलब्ध है- रूबी लाल रंग, काला रंग, गहरा प्रभावी नीला रंग, चमकता हुआ सुनहला रंग, ऑक्सफोर्ड सफेद रंग और स्मोक ग्रे रंग।
वापसी:
संयम नियंत्रण मॉड्यूल में खरबी के वजह से फोर्ड ने दुसरी पीढी की फिगो और फिगो एस्पायर के कुल 42,300 इकाईयों की वापसी की थी।
संयम नियंत्रण मॉड्यूल एक ऐसी खराबी है, जिसके वजह से टक्कर के समय पर कार में उपलब्ध एयरबैग काम नहीं कर पाती है, अत: परिणामस्वरूप लोगों की जानें जा सकती है। यह वापसी 12 अप्रैल, 2016 तक किया गया था, ताकि मुफ्त में उन कारोंके सॉफ्टवेयर को अपडेट करके इस समस्या को दूर किया जा सके।
उत्पादन क्षमता:
फोर्ड इंडिया ने सानंद, गुजरात संयंत्र में पहले फिगो और फिगो एस्पायर प्रति माह 20,000 इकाईयों के उत्पादन का लक्ष्य बनाया था। हालांकि, कुछ रिपोर्टें यह बयान करती है कि, फिगो हैचबैक की बिक्री में अक्तूबर 2015 से मार्च 2016 के बीच 60 फीसदी गिरावट हो गई थी। इसके वजह से उत्पादन को कम करके प्रति माह 10,800 इकाईयां कर दिया गया है।