एन सी ए पी के क्रैश टेस्ट में शून्य पाने की बाद महिंद्रा ने अपनी स्कार्पियो गाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका भेजने से पहले उनकी सुरक्षा पर ध्यान दिया है। इस कार को वहां के सुरक्षा के नियमों को ख्याल में रखकर बनाया गया है।
एन सी ए पी के क्रैश टेस्ट में शून्य पाने की बाद महिंद्रा ने अपनी स्कार्पियो गाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका भेजने से पहले उनकी सुरक्षा पर ध्यान दिया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर पवन गोयन्का ने, दक्षिण अफ्रीका के पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वहां उद्घाटित होने वाली स्कार्पियो सुरक्षित होगी और वहाँ के सुरक्षा के नियमों को ख्याल में रखकर ही बनायीं गयी है।
दक्षिण अफ्रीका के बाजार में उतारे जाने वाली स्कार्पियो में दो एयरबैग होंगी और उनमे ए बी एस होंगी। महिंद्रा ने केयुवी 100 को हाल ही में उस बाजार में उतारा है और वह अपनी पकड़ वहां मजबूत करने के लिए कोई भी उपाय बाकी नहीं रखना चाहता है। हाल ही में इस गाड़ी को एन सी ए पी के क्रैश टेस्ट में वयस्कों की सुरक्षा के लिये शुन्य और बच्चों की सुरक्षा के लिए 2 अंक प्राप्त हुए हैं।
महिंद्रा ने इस बात की पुष्टि की है कि इस परीक्षण में उपयोग हुई स्कार्पियो में एयरबैग उपलब्ध नहीं थे लेकिन उनके ग्राहक एयरबैग सहित गाड़ी ही खरीदना पसंद करते हैं। महिंद्रा के इस गाड़ी के सबसे निम्न संस्करण में एयरबैग और ए बी एस नहीं हैं।
महिंद्रा दक्षिण अफ्रीका में ट्रेक्टर और ट्रक बेचकर अपना पाँव फैलाना चाहता है। आशा है की आने वाले दिनों में इस एस यू वी के निर्माता हमारे देश की गाड़ियों में भी सुरक्षा का पूरा खयाल रखेंगे। भारत में क्रैश टेस्ट में नाकामयाब होने पर कई सवाल उठने शुरू हो गए हैं। भारत में ऐसे नीति का 2017 से चालू होने की सम्भावना है जहाँ हर गाड़ी के हर संस्करण की सुरक्षा के लिए उस में दो एयरबैग्स और ए बी एस होना अनिवार्य होगा।