निसान नोट ई-पावर को भारत में कई बार देखा गया है, लेकिन यह पहली बार है कि कार सड़कों पर परीक्षण कर रही है। 2030 तक भारत को विद्युत वाहन राष्ट्र बनाने की भारत सरकार की योजना के तहत, वैश्विक निर्माता अब देश में अपने विद्युत मॉडल को लाने पर विचार कर रहे हैं।
नोट ई-पावर को चेनलपट्टू, तमिलनाडु में बिना छलावरण के साथ देखा गया था। नई तस्वीरों से यह भी पता चलता है कि जिस नोट ई-पावर का परीक्षण किया जा रहा है, वह रेंज-एक्स्टेंडर संस्करण है और इसका भारतीय बाजार के लिए मूल्यांकन किया जा रहा है। तस्वीरें ‘मेडलिस्ट’ संस्करण की हैं। इसमें कई प्रमुख निसान डिज़ाइन हैं, जैसे की वी-आकार का फ्रंट क्रोम ग्रिल और बड़े रेपअराउंड हेडलैंप।
कार 1.2 लीटर, तीन सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ आती है, जिसका उपयोग केवल बैटरी चार्ज करने के लिए किया जाता है, लेकिन यह प्रत्यक्ष रुप से पहिया को संचालित नहीं करती है। विद्युत मोटर, 80 किलोवाट या 108 बीएचपी मोटर है, जो की सामने के पहिये को चलाता है।
रेंज एक्स्टेंडर इंजन, तब कार्य करना शुरु करती है, जब बैटरी खतम होने वाली होती है। भारत में अभी भी इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क की कमी है और नोट ई-पावर जैसी कारें ऐसी स्थितियों के लिए बेहद उपयुक्त होगी। निसान का दावा है कि इंजन एक लीटर पेट्रोल का इस्तेमाल करके बैटरी को इतना चार्ज कर देती है की यह 37 किमी तक चल चके।
अब वाहन की रेंज एक्स्टेंडर संस्करण को हाइब्रिड माना जाता है और भारत सरकार ने विद्युत कारों की तुलना में हाइब्रिड कारों पर काफी अधिक कर लगाया है। अभी तक भारत में ऐसी कोई कार नहीं है, और यह अपनी तरह की पहली वाहन होगी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत सरकार नई कार का वर्गीकरण कैसे करती है। निसान नई विद्युत निसान लीफ को भारत में लाने के लिए भी विचार कर रही है। निसान द्वारा ऑटो एक्सपो 2018 में दोनों वाहनों को प्रदर्शित करने की उम्मीद है।