स्कॉर्पियो ने ही भारत में एसयूवी सेग्मेंट में महिंद्रा को स्थापित किया था। इसके आने से पहले, बीहड़ एसयूवी के रुप में यहां केवल टाटा सफारी थी। 2002 में इसकी शुरूआत के बाद से, वाहन भारतीय बाजार में बहुत लोकप्रिय रही है। मामूली फेसलिफ्ट के बाद से, कंपनी स्कॉर्पियो पर ऑटोमेटिक वेरियंट की पेशकश कर रही थी, जिससे यह लोगों के लिए अधिक वांछनीय और अपीलिंग बन गई थी।
अफसोस की बात है, कंपनी ने स्कॉर्पियो की ऑटोमेटिक वेरियंट को बंद कर दिया है। कंपनी ने जून 2015 में बिल्कुल नई स्कॉर्पियो पर ऑटोमेटीक वेरियंट को पेश किया था। वाहन दोनों टू व्हील और फॉर व्हील ड्राइव कॉन्फ़िगरेशन में प्रस्ताव पर थी।
इंजन वही 2.2 लीटर एमहॉक इकाई है, जो की हस्तचालित स्कॉर्पियो को पावर देता है। यह 118 बीएचपी की पावर और 280 एनएम की टॉर्क का उत्पादन करता है। इसमें गियरबॉक्स 6 गति ऑटोमेटिक यूनिट है, जो कि ड्राइवट्रेन सिस्टम इंटरनेशनल (डीएसआई) से प्राप्त किया गया था। इसका मतलब यह है कि वर्तमान में भारतीय बाजार में स्कॉर्पियो केवल हस्तचालित ट्रांसमिशन के साथ ही मौजूद होगी।
कंपनी की साइट पोस्ट से अचानक वाहन गायब हो गया है। इसके लिए कोई कारण नहीं दिया गया है। कंपनी शायद बिलकुल नई गियरबॉक्स को लाने की कोशिश कर रही है, जो कि एक्सयूवी 500 द्वारा उपयोग की जा रही है। एक्सयूवी 500 में ऐसिन सिकी द्वारा स्रोत गियरबॉक्स है।
लेकिन समस्या यह है कि स्कॉर्पियो, रियर व्हील संचालित वाहन (लॉगिटूडनल माउंटिड ट्रांसमिशन की आवश्यकता होती है) है, जबकि एक्सयूवी, फ्रंट व्हील संचालित वाहन है, जिसका मतलब है कि गियरबॉक्स ट्रांसवर्सली माउंट किया गया है। कंपनी नई स्कॉर्पियो पर भी काम कर रही है, जो कि पहले ही परिक्षण करते हुए देखी गई है, जिसका अर्थ है कि शायद ऑटो एक्सपो 2018 के आसपास इसका अनावरण हो सकता है।