हाल ही में लॉन्च की गयी रेनॉल्ट क्विड हैचबैक ने सभी को प्रभावित किया है। क्विड मुख्य रूप से मारुति ऑल्टो 800, हुंडई ईऑन और डेटसन गो को टारगेट करती है। क्विड फ्रांसीसी कार निर्माता के दृष्टिकोण से एक बहुत ही महत्वपूर्ण उत्पाद है क्योंकि यह भारतीय बाजार में एक बड़े विक्रेता के रूप में खुद को स्थापित करने का प्रयास करती है और इसलिए, सब कुछ ठीक रह्ना बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर जब आप प्रतियोगियों को देखते हैं जिसमें मारुति आल्टो 800 और हुंडई ईऑन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। रेनॉल्ट क्विड एक बढ़िया उत्पाद है जो खरीदारों को रेनॉल्ट शोरूम में आकर्षित करने में सक्षम है।
फीचर्स
एंट्री लेवेल हैचबैक होने के नाते, इस तुलना में कारें सुविधाओं में अमीर नहीं हैं। दोनों में अनिवार्य फीचर्स हैं जैसे एयर कंडीशनिंग, पावर स्टीयरिंग और केवल सामने पावर विंडो। रेनॉल्ट क्विड में 7-इंच ट्चस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है, जीपीएस, एयूएक्स और यूएसबी सपोर्ट के साथ।
दोनो कारों में वैकल्पिक ड्राइवर साइड एयर बैग हैं, पर किसी भी गाड़ी में एबीएस नही है। दोनों कारें सुविधाओं और विकल्प के मामले में लगभग समान हैं। हाँलाकि, 7 इंच के टचस्क्रीन सेट्नेव जैसी विशिष्ट सुविधा, क्विड को ज्यादा आकर्षक बनाती है।
एक्स्टीरिअर
रेनॉल्ट क्विड का क्रॉसओवर डिजाइन इस सेगमेंट में पहला है। इसमे एक उच्च सेट बोनट, लंबा रुख, मोटे व्हील आर्क्स और बंपरों पर कवर है, जिससे कि यह क्रॉसओवर जैसी दिखाई देती है। रेनॉल्ट बहुत ही आकर्षक लग रही है, इसके लिये क्रॉसओवर और एसयूवी के डिजाइन्स से प्रेरणा ले गयी है।
डिजाइन के संदर्भ में रेनॉल्ट को पूर्ण अंक मिलते हैं। मारुति ऑल्टो 800 भारतीय सड़कों पर अब एक परिचित चेहरा बन चुकी है। यह डिजाइन अच्छी तरह से काम करता है और हालांकि मारुति ने कार को नया चरित्र देने की कोशिश कि है, मजबूत शोल्डर लाइन, हेक्सागोनल ग्रिल, आदि जैसे तत्वों के साथ, पर यह अभी भी थोड़ी डल लग रही है। रेनॉल्ट क्विड और मारुति दोनो कारों का समग्र रूप थोड़ा खराब लगता है, क्यूँकि छोटे पहियों के कारण ये भारी लगती हैं।
इंटीरिअर
रेनॉल्ट क्विड का अंदरूनी हिस्सा, रेनॉल्ट कैप्चर से प्रेरित है जो एक अच्छी बात है। हालांकि वे एक्सटीरियर के रूप में नहीं बहुत अलग हैं, फिर भी अंदरूनी हिस्सों को अभी भी कुछ ऐसी चीज़ें दी गयी हैं जो इस सेगमेंट के लिए अद्वितीय हैं। डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर ऑफ़र पर उपलब्ध है और उच्च वैरिएंट को एक वैकल्पिक टचस्क्रीन सिस्टम भी मिलेगा।
साधारण डिजाइन वास्तव में अच्छी तरह से काम करता है और शुक्र है कि रेनॉल्ट ने सभी ब्लैक रंग योजना का विकल्प चुना है। ऑल्टो 800 के इंटीरिअर में सब-ब्राउन रंग है जो, बड़े करीने से बनाए गए डैशबोर्ड के साथ अच्छा नहीं लगता है। अपहोल्स्टरी पर भी, इस रंग को देखा जा सकता है।
इंजन
क्विड की 796 सीसी मोटर 54 पीएस और 72 एनएम टोर्क़ पैदा करती है। यह 25.17 किलो पर लीटर की सर्वश्रेष्ठ माइलेज का दावा करती है। मारुति ऑल्टो 800, 48 बीएचपी और 69 एनएम टोर्क़ के उत्पादन वाली एक 796 सीसी पेट्रोल मोटर द्वारा संचालित है। दोनों कारें 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ मिलती हैं।
उद्योग जगत कि कहि-सुनि बातों के अनुसार, रेनॉल्ट भविष्य में 1.0 लीटर मोटर के साथ सुसज्जित क्विड का एक संस्करण भी लॉन्च कर सकती है, लेकिन अभी के लिए, केवल 800 सीसी मोटर बाजार में उपलब्ध होगी।
मूल्य
क्विड पैसे के लिए एक अपराजेय मूल्य के रूप में आती है। टॉप-एंड मॉडल के 3.5 लाख रुपए से ज्यादा की स्टिकर कीमत के साथ, जो एक एयरबैग और सैट एनएवी जैसी सुविधाओं के साथ आता है, क्विड का मूल्य वास्तव में आकर्षक है। यहां तक कि ये प्रवेश-स्तरीय वरिऐंट ऑल्टो 800 एलएक्स से थोड़ी ही महंगी है, जो 2.46 लाख रुपये में आती है।
निर्णय
प्रवेश स्तर मारुति ऑल्टो 800 क्विड के बेस वरिएंट की तुलना में थोड़ी ही सस्ती है, साथ ही इन कारों में आराम और सुविधाओ की बहुत कमी है । हालांकि, टॉप-एंड क्विड, जो टॉप-एंड ऑल्टो 800 की तुलना में थोड़ी महंगी है, उसमें ड्राइवर साइड एअरबैग है।
इसके अलावा, सैट-एनएवी जैसी सुविधाओं के साथ क्विड पैसे के लिये सही मूल्य लगती है। अच्छी स्पेस, बेहतर सवारी, हैंडलिंग और एक बहुत अच्छे डिजाइन और स्टाइल के साथ क्विड काफी आकर्षक है।
हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा की रेनॉल्ट भारत मे मारुति की बुलेटप्रूफ बिक्री के बाद के नेटवर्क से निपटने के लिए क्या करती है। रेनॉल्ट क्विड खुद के लिए एक मजबूत मामला बनाती है अपनी सुंदरता, प्रभावशाली उपकरण, आकर्षक मूल्य निर्धारण और एक विशाल केबिन के कारण।