पॉर्श ने घोषणा की है कि वह अब से डीजल-संचालित कारों को नहीं बनायेगी। यह निर्णय डीजल की जगह हाइब्रिड और पेट्रोल पॉवरट्रेन के विकल्प चुनने वाले ग्राहकों की बदलती मांगों के कारण लिया गया है। स्टटगार्ट आधारित कार निर्माता ने कहा है कि यह कदम सख्त आगामी उत्सर्जन मानदंडों का पालन करने में भी मदद करेगा।
निर्णय के अनुरूप, पोर्श ने अपने आखिरी डीजल-संचालित कारों का उत्पादन रोक दिया है, जो की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिक्री पर थे – मैकन एस डीजल और पनामेरा 4एस डीजल। पोर्श का यह कदम आश्चर्यचकित नहीं है। पिछले साल, पोर्श डीजल इंजन को बंद करने पर विचार कर रही थी क्योंकि उत्सर्जन मानदंडों का पालन नहीं करने के कारण उनकी बहुत आलोचना हुई थी। डीजल इंजन को बंद करके, निर्माता इस मामले को खतम करना चाहती है।
एक बयान में, पॉर्श ने कहा कि डीजल-संचालित मॉडलों ने इनकी वैश्विक बिक्री में केवल 15 फीसदी का योगदान दिया है जबकि हाइब्रिड और पेट्रोल मॉडल ने क्रमशः 50 फीसदी और 35 फीसदी योगदान दिया। इन बिक्री के आंकड़ों ने भी निर्माता को अपने डीजल संचालित मॉडलों को बंद करने का उचित कारण दिया और अब वह इसके बजाय विद्युत और हाइब्रिड संस्करणों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
अब पोर्श द्वारा अपने लाइनअप में अधिक विद्युत और हाइब्रिड वाहनों को जोड़ने की संभावना है। इनमें सबसे पहली विद्युत वाहन हो सकती है, जिसके 2019 तक लॉन्च होने की उम्मीद है। कार निर्माता ने पहले ही पुष्टि कर दी है कि ईवी 2015 मिशन ई अवधारणा का डेरिवेटिव होगी।
जहां तक भारतीय बाजार का संबंध है, मुंबई में पोर्श डीलरशिप अभी भी केयेन डीजल के लिए बुकिंग ले रही है, जो कि भारत में बिक्री पर एकमात्र डीजल पॉर्श है। हालांकि, इस साल नए केयेन के लॉन्च होने की उम्मीद है, तो कार निर्माता द्वारा इसकी पेट्रोल और हाइब्रिड अवतार लाने की संभावना है।