फ्रांसीसी ऑटोमेकर, रेनॉल्ट का भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके लिए, ब्रांड यहां नए उत्पादों को लॉन्च करने पर जोर दे रही है और इसका 2022 तक, घरेलू बाजार में चार कार पेश करने का लक्ष्य है, जिसमें एक विद्युत वाहन भी शामिल है। इस मॉडल के साथ, रेनॉल्ट का उद्देश्य देश के शून्य उत्सर्जन वाहन बाजार में प्रवेश करना है, जहाँ की वर्तमान में महिंद्रा का वर्चस्व है।
रेनॉल्ट घरेलू बाजार में हर साल एक कार लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, ताकि उसकी बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि हो सके। ब्रांड सात सीटों वाली कॉम्पैक्ट एमपीवी को लाने की तैयारी कर रही है, जो की कैप्टुर एसयूवी के बाद अगली मॉडल होने जा रही है। हम उम्मीद कर सकते हैं कि यह सफल क्विड हैचबैक की विद्युत वर्जन हो।
इंडिया-स्पेक रेनॉल्ट ईवी, सीएमएफ-ए प्लेटफॉर्म द्वारा विकसित की जाएगी। विश्व स्तर पर, फ्रेंच ऑटो प्रमुख 12 विद्युत मॉडलों को तैयार कर रही है, जिसमें पूर्ण विद्युत, प्लग-इन हाइब्रिड और हाइब्रिड कार शामिल हैं। इन सभी मॉडलों को विभिन्न क्षेत्रों में लॉन्च किया जाएगा और ऑटोमेकर द्वारा इन मॉडलों के लिए नए सीएमएफ-ईवी आर्कीटेक्चर का उपयोग करने की उम्मीद है।
दिलचस्प बात है कि, क्विड ने पहले ही भारतीय बाजार में बहुत अच्छी सफलता हासिल की है। वास्तव में, यह घरेलू बाजार में ब्रांड की सबसे ज्यादा बिकने वाली मॉडल रही है, जिससे भारत रेनॉल्ट के लिए शीर्ष छह बाजारों में से एक बन गई है।
कंपनी चीन में कार की विद्युत वर्जन पेश करने का लक्ष्य रख रही है। रेगुलर क्विड की यहां लोकप्रियता को देखते हुए भारत में भी इसी मॉडल की विद्युत वर्जन के आने की संभावना है।
इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि भारत 2030 तक शून्य उत्सर्जन शुद्ध विद्युत गतिशीलता को अपनाने का प्रयास कर रहा है, इस उच्च प्रतिस्पर्धी बाजार में ब्रांड के विकास के लिए रेनॉल्ट ईवी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। कई अन्य ऑटो कंपनियां भी भारतीय ईवी बाजार का बड़ा हिस्सा हासिल करने के लिए कोशिश कर रही हैं।