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2016 डैटसन रेडी-गो की समीक्षा – मूल्य, डिजाइन और विशेषताएं

by कार डेस्क
redi go

ब्रांड डैटसन 2013 में पुनर्जन्मित किया गया था, केवल विकासशील बाजारों के लिए, मुख्य रूप से भारत और रूस के लिए। कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 4 कारों को बेचते हैं (गो, गो+, ऑन-गो और एमआई-) डी-गो के साथ, डैटसन, अल्टो, इओन और क्विड से प्रतिस्पर्धा है। डैटसन का कहना है कि यह एकदम सही शहरी कार है, इसकी स्टाइलिंग एसयूवी से प्रेरित है, उपकरण सूची, अंदरूनी जगह और आक्रामक मूल्य निर्धारण ने फ्रेंच निर्माता के लिए चमत्कारी काम किया है।

बाजार में कम कीमत और बेहतर विनिर्देश  के बावजूद गो बाजार में प्रभाव बनाने में विफल रहा। डैटसन को एहसास हुआ कि सिर्फ सस्ती कारें भारत में नहीं बेची जा सकती और अत्यधिक लागत में कटौती, खराब बिल्ड क्वालिटी और अपरिचित ब्रांड को भारत में कोई खरीदार नहीं मिलेगा।

इस मूल्य-संवेदी सेगमेंट में, कंपनी ने यह सुनिश्चित किया कि रेडी-गो की कीमत लॉन्च पर 2.39 लाख (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखा गया जो अल्टो 800 से नीचे था, जिसने वजह से सबका ध्यान इस पर गया। डैटसन अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में सबसे कम लागत में रखरखाव का दावा किया है और कंपनी ने अपने डीलर और सर्विस नेटवर्क का विस्तार 361 केंद्रों तक किया है।

लगता है की डिजाइनरों ने कार की डिजाईन और लुक पर काफी समय बिताया है। छोटा बोनट, हेक्सागोनल ग्रिल और बड़े हेडलाम्प्स के साथ, रेडी-गो का फ्रंट निश्चित रूप से सेगमेंट में सबसे अच्छा दिखने वाला फ्रंट है । रेडी-गो और रेनॉल्ट क्विड्ड दोनों सीएमएफ-ए प्लेटफार्म पर आधारित है, लेकिन क्विड्ड से लंबाई में 250 मिलीमीटर छोटा और व्हीलबेस 74 मिलीमीटर कम है। जबकि इसका डिज़ाइन स्पष्ट रूप से एसयूवी से प्रेरित है, डैटसन ने इसे ऊँची और 185 मिलीमीटर का ग्राउंड क्लेरेंस के कारण रेडी-गो को एक ‘शहरी क्रॉस’ कहा है, कंपनी ने मौजूदा बाजार के रुख की वजह से एसयूवी प्रेरित डिजाईन को अपनाया है।

डैटसन ने सावधानीपूर्वक क्विड से रेडी-गो को अलग रखने का प्रयास किया और इसमें सफल रहा। क्विड की तुलना में छोटा (लंबाई), पतला (चौड़ाई) और ऊँचा है। वज़न के संदर्भ में, रेडी-गो पहले से ही हल्के क्विड की तुलना में 10 किलो और हल्का है, वास्तव में, रेडी-गो का वजन टाटा नैनो से केवल 25 किलो  अधिक है।

बिल्ड क्वालिटी में डैटसन की पहले की कारों से इसका स्तर ऊपर है, लेकिन यह अभी भी हल्का है। छोटी कारों में डिजाईन एक महत्पूर्ण कारक होता है। विशेष रूप से हरे रंग में यह कार काफी अच्छी लगती है। अगले हिस्से पे एक वाईपर है जो ड्राइवर की तरफ काफी अंतर छोड़ देता है जिससे मूसलधार बारिश में परेशानी हो सकती है। इसका ग्राउंड क्लेरेंस 185 मिलीमीटर का है।

पेट्रोल टंकी का ढक्कन यूरोपीय कारों की तरह दायीं ओर है, जबकि अधिकांश भारतीय और जापानी कारों का बायीं ओर होता है। अंदर प्रवेश करते ही पहली चीज जो आप का ध्यान खिंचती है वो है डैशबोर्ड का हल्का भूरा रंग, संपूर्ण डिजाइन और सामान की गुणवत्ता की तुलना डैटसन गो से करे तो इसका स्तर ऊपर है। केबिन हवादार और आरामदायक है, काले रंग के डैशबोर्ड पर ऑडियो सिस्टम और एयर कंडीशनर का नियंत्रण सिस्टम लगाया हुआ है।

ऑडियो सिस्टम बेसिक है, जिसमे यूएसबी, ऑक्स और सीडी से संगीत चलाने के प्रावधान है। पावर विंडो का बटन हैंडब्रेक और गियर के निकट है जिसकी आदत पड़ने में थोड़ा समय लग सकता है। मोटा स्टीयरिंग व्हील अच्छा और पकड़ने में आरामदायक है। स्टीयरिंग व्हील पे अंगूठे के आस पास का कंट्रोल सही और सुविधाजनक है।

कार की ऊंचाई यह सुनिश्चित करता है कि 6 फुट से लम्बे यात्री के लिए भी पर्याप्त हेडरूम हो  लकिन 5 लोगों के लिए शायद पर्याप्त जगह न हो। कार में 222 लीटर का बूट स्पेस है जिसमे 4 लोगों का सामान आराम से फिट हो सकता है।  बूट स्पेस अल्टो 800 की तुलना में बड़ा है, लेकिन  क्विड की तुलना में बहुत छोटा है।

सुरक्षा उपकरणों के संदर्भ में, शीर्ष संस्करण को एक ड्राइवर एयरबैग मिलता है, हालांकि एबीएस इसमें भी नहीं है।
रेडी-गो में क्विड का 799 सीसी, तीन सिलेंडर पेट्रोल इंजन लगा हुआ है जिसमे क्रमशः 54एचपी और 72 एनएम की समान शक्ति और टार्क पैदा होता है। कंपनी 25.17 किलोमीटर प्रति लीटर की औसत का दावा करती है जो क्विड के बराबर है। इंजन का गियरबॉक्स और ट्रांसमिशन को भी क्विड से उधर लिया गया है। निकट भविष्य में डैटसन रेडी-गो में एएमटी का विकल्प भी लासक्त है।

ऑल्टो 800, इओन और क्विड के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए कार सुसज्जित है।