टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन के रिसर्च डिवीज़न के हेड ने कहा है कि टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन अगले पांच साल में वाहन सुरक्षा को सुधारने के लिए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के द्वारा ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम का विकास कर रहा है|
हाल ही में टोयोटा रिसर्च इंस्टिट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गिल प्रेट ने कहा कि उनका लक्ष्य कार सुरक्षा को सुधारना है, जिसमे वाहन खुद होने वाले एक्सीडेंट का पता लगा सके|
टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन के रिसर्च डिवीज़न के हेड ने कहा है कि टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन अगले पांच साल में वाहन सुरक्षा को सुधारने के लिए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के द्वारा ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम का विकास कर रहा है|
बढ़ते हुई प्रतिस्पर्धा को देखते हुए टोयोटा ने इसमें अगले पांच साल के लिए 1 बिलियन डॉलर तक का निवेश किया है|
पहले ही इस महीने में प्रतिस्पर्धी होंडा मोटर कॉर्पोरेशन ने कहा था कि वह एक नई रिसर्च संस्था खोल रही है जो आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर काम करेगी, यह कार्य दुसरे ऑटो निर्माताओं के साथ मिलकर किया जायेगा जो रोबोटिक की रिसर्च में पैसा लगा रही है, जिसमे फोर्ड और फॉक्सवॅगन शामिल है|
टोक्यो ओलंपिक्स 2020 तक यह कांसेप्ट कार्य में संपादित किया जा सकता है जहाँ वाहन खुद सोच कर निर्णय लेकर कुछ कर सकेंगे|
प्रेट ने कहा कि वर्तमान में ड्राईवर असिस्टेंस सिस्टम इमेज सेंसर का उपयोग करते है, टोयोटा रेसर्च इंस्टिट्यूट आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने के बारे में सोच रही है|
कार में इंटेलिजेंस सही निर्णय लेने में मदद करेगा जो आपके साथ ही एक्सेलरेटर, स्टीयरिंग और ब्रेक दबाएगा|
प्रेट ने कहा की टोयोटा एक दिन रोबोट निर्माता बनेगी जो बुढों की मदद कर सके|
टोयोटा के द्वारा घर में उपयोग किये जाने वाले रोबोट के निर्माण के बारे में पूछे जाने पर प्रेट ने बताया “हम लोग टीआरआई में यही उपयोग कर रहें है|”
रिपोर्टर द्वारा टोयोटा और गूगल के मुख्य कम्पनी अल्फाबेट की बोस्टन डायनामिक और शाफ़्ट खरीदने की बात पर प्रेट ने साफ़ इनकार कर दिया है|