टाटा नैनो को, मारुति ऑल्टो से, भारत में सबसे अधिक बिकने वाली कार के ताज को लेना था, लेकिन यह संभवतः ‘दुनिया की सबसे सस्ती कार’ जैसे टैग और कुछ तकनीकी मुद्दों के कारण नहीं हो सका। इस प्रकार, महत्वाकांक्षी छोटी नैनो शीर्ष 10 में भी जगह बनाने में विफल रही।
पर टाटा ने हार नही मानी है और नैनो जेनएक्स के हालिया लॉन्च के साथ उन्होंने इस बार एक अलग रणनीति अपनाई है, ये बजट के अनुकूल सिटी रनबाउट है, और अच्छी सुविधाओं और एक वैकल्पिक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के रूप में आती है। मारुति ऑल्टो 800 की लोकप्रियता का सामना करना मुश्किल हो सकता है लेकिन टाटा, नैनो जेनएक्स से अधिक सफलता की उम्मीद कर रही है।
डिजाइन
फेसलिफ्टेड नैनो जेनएक्स को नए बंपर्स, ब्लैक हेडलैंप्स और एक थिक ब्लैक स्ट्रिप वाले टाटा लोगो के साथ आउटगोइंग मॉडल पर बनाया गया है, जो इसे कैरेकटर देते हैं। रिअर को फिर से डिजाइन किया गया है, और इसे मैश पैटर्न दिया गया है इंफिनिटी पैटर्न के साथ, रिअर बम्पर पर थिक ब्लैक स्ट्रिप भी दी गयी है।
अच्छे से इंटीग्रेटेड रिअर लिवर ओपेनेबल हैच जैसा नया फीचर देते हैं नैनो जेनएक्स को। इंटिरिअर्स में ज्यदा बद्लाव नही है, सिर्फ सेंटर कंसोल को ब्लैक फिनिशिंग दी ग यी है, और नया स्टीयरिंग व्हील, ज़ेस्ट और बोल्ट जैसा है। नयी टाटा नैनो में एगशेल शेप और छोटे व्हील्स को बरकरार रखा गया है, लेकिन यह समग्र रूप से बेहतर दिखने वाला वाहन है।
ऑल्टो 800 हमारी सड़कों पर एक परिचित चेहरा है। यह एक मजबूत दिखने वाली कार है जिसमें स्ट्रॉन्ग लाइन्स और अच्छे अनुपात हैं और भले ही यह नैनो से बाहरी हिस्से में बड़ी है, पर इंटीरियर स्पेस समान है और हेडरूम वास्तव में नैनो से कम है।
स्ट्रॉन्ग शोल्डर लाइंस पीछे तक जाती हैं जहां इसे टेल लैंप के साथ सुन्दर रूप से इंटीग्रेट किया गया है। सीधे टेलगेट को बीच में उभार दिया गया है जो अच्छा लगता है। इंटिरिअर में आपको सभी बुनियादी सुविधाओं और गुणवत्ता के अच्छे स्तर के साथ अच्छी अंदरूनी जगह मिलेगी। हालांकि, ब्राउन कलर स्कीम थोड़ी खराब लगती है।
फीचर्स
एंट्री लेवेल हैचबैक होने के नाते दोनों कारें न्यूनतम सुविधाएं प्राप्त करती हैं और समान रूप से सुसज्जित हैं। टाटा नैनो जेनएक्स को एकीकृत ऑडियो सिस्टम मिला है, जबकि मारुति ऑल्टो 800 को आफ्टरमारकेट यूनिट मिला है।
नैनो में एयरबैग नही है, और ऑल्टो में केवल ड्राइवर के लिये है। सेलफोन के लिए ब्लूटूथ कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली टाटा नैनो जेनएक्स एकमात्र कार है। मारुति ऑल्टो 800 के विपरीत, नैनो में आंतरिक बूट रिलीज लीवर नहीं है।
टाटा नैनो जेनएक्स एकमात्र कार है जो वैकल्पिक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आती है, लेकिन यह बहुत कम शक्तिशाली है। मारुति ऑल्टो 800 सीएनजी विकल्प के साथ आती है। नैनो के मैनुअल संस्करण को केवल 4-स्पीड ट्रांसमिशन मिला है और कार के पूरी तरह से लोड होने पर इसमें बिजली की कमी महसूस की जा सकती है।
टाटा नैनो जेनएक्स शहर की स्थिति के लिए अच्छी तरह से अनुकूल है, खासकर एएमटी के साथ, लेकिन अगर आपके आवागमन में कभी-कभी हाईवे शामिल है तो आपके लिये मारुति ऑल्टो 800 बेहतर रहेगी।
इंजन
नैनो को 2 – सिलेंडर 624 सीसी मोटर द्वारा संचालित किया जाता है जो 38 बीएचपी की अधिकतम शक्ति का उत्पादन करती है 5400 आरपीएम पर। शक्ति के आंकड़े प्रभावशाली नहीं लगते हैं लेकिन नैनो के हल्के वजन में पर्याप्त ग्रंट है और इंजन अच्छी तरह से खींचता है। एक्सएमए और एक्सटीए वेरिअंट्स के मामले में, इंजन 5-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है। टाटा नैनो के अन्य प्रकार 4-स्पीड गियरबॉक्स वाले इंजन का उपयोग करते हैं।
टाटा नैनो के औटोमेटिक वेरिअंट में ‘क्रीप’ फंक्शन भी होगा जो ड्राइवरों को शहर के यातायात में ब्रेक पेडल के साथ ही कार को नियंत्रित करने में सक्षम करेगा।
ऑल्टो 800 एक 3 – सिलेंडर 796 सीसी मोटर का उपयोग करती है जो 6000 आरपीएम पर 47.3बीएचपी कि चरम शक्ति का उत्पादन करती है। ऑल्टो 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन का उपयोग करती है। ऑल्टो, नैनो की तुलना में महंगी होने के बावजूद औटोमटिक गियरबॉक्स का विकल्प प्रदान नहीं करती है।
माइलेज
औटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ नैनो 21.9 कि.मि.पल का प्रभावशाली माइलेज देने का वादा करती है, और मैनुअल 23.4 कि.मि.पल का वादा करती है । ऑल्टो ने 22.74 कि.मि.पल के समान प्रभावशाली माइलेज देने का वादा किया है।
नैनो की 21.9 कि.मि.पल लाभ वाला आंकड़ा वास्तव में प्रभावशाली है क्योंकि यह औटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ है।
सेफ्टी फीचर्स
टाटा नैनो फ्रंट पर ड्रम ब्रेक के साथ-साथ रियर व्हील पर भी इसका उपयोग करती है, जबकि ऑल्टो फ्रंट में डिस्क ब्रेक का उपयोग करती है और पीछे के ब्रेक पर ड्रम का उपयोग करती है। दोनों कार चारो यात्रियों के लिए 3-प्वॉइंट ईएलआर सीट बेल्ट की पेशकश करती हैं।
यह निराशाजनक है कि दोनों कारें अड्वांस्ड सुरक्षा सुविधाये जैसे एबीएस, ईबीडी आदि की पेशकश नहीं करती हैं। ऑल्टो 800 केवल ड्राइवर साइड एयरबैग प्रदान करती है और वो भी वीएक्सआई मॉडल पर वैकल्पिक है।
मूल्य
टाटा नैनो सस्ती है, और इसका टॉप-एंड औटोमैटिक वेरिअंट भी 3 लाख से नीचे है।
टाटा नैनो जेनक्स – 2.06 लाख – 3.03 लाख
मारुति ऑल्टो 800 – 2.47 लाख – 3.78 लाख
निर्णय
रेफ्रेश्ड टाटा नैनो काफी मजबूत दावेदारी करती है, क्युंकि अब ये ज्यादा प्रैक्टिकल हो गयी है, इसके ओपेनेबल- हैच और बड़े फ्यूल टैंक के कारण। एएमटी प्रैक्टिकलिटी को जोड़ता है, लेकिन यह अभी भी कम शक्तिशाली है और वास्तव में किसी भी सुरक्षा उपकरण के साथ नहीं आता है।
फिर भी, यह अन्य की तुलना में काफी सस्ती है और सबसे फ्युल एफ्फिशिऐंट कार है। मारुति ऑल्टो 800 एंट्री लेवेल के हैचबैक की तलाश में एक खरीदार की सभी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करती है, लेकिन यह बहुत बेसिक और सस्ती लगती है।