2013-14 के मायूस करने वाली नतीजों के बाद भारतीय मोटर उद्योग ने 2015 में काफी तेज़ी दिखाई है इसमें 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ये सब तेल के कम दाम और दूसरी सहायक गतिविधियों के कारण हुई है। इन कारणों के अलावा कई नयी गाड़ियों का लॉंच भी इस इज़ाफ़े का कारण है।
सबसे अच्छी बिक्री ह्युंडई क्रेटा, मारुती सुजुकी बालेनो, रीनॉल्ट क्विड और महिंद्रा टी यू वी 300 की हुई है। वहीं टाटा बोल्ट, मारुती सुजुकी एस क्रॉस और नयी फोर्ड फिगो ज़्यादा कमाल नहीं दिखा पायी। इस साल मोटर उद्योग की कुल बिक्री 2.69 मिलियन इकाइयों की हुई जिसमें मारुती, होंडा और ह्युंडई जैसी कई कंपनियों का अच्छा योगदान रहा लेकिन देशी कंपनियां जैसे टाटा और महिंद्रा कुछ पीछे रह गयीं।
2015 की पहली 11 महीनों में सबसे ज़्यादा बिक्री और चर्चे में रही गाड़ियां निम्न हैं:
- मारुती सुजुक़ी आल्टो– ये हमारे देश की सबसे ज़्यादा बिकने वाली गाड़ीयों में से एक है और इस साल भी इसने सबसे ज़्यादा बिक्री की है। इसने ग्यारह महीनो में कुल 2,41,509 गाड़ीयां बेचीं है जो कि एक माह के लिए 22,682 इकाइयाँ होती है।
- मारुती सुजुकी स्विफ्ट डिजायर– इसने अपने प्रतिद्वंदी होंडा अमेज़ और फोर्ड फिगो एस्पायर को पछारते हुए 2.19 लाख गाड़ियों की बिक्री की है जो कि उसे दूसरा स्थान दिलाता है। पिछले साल इसने 1.93 लाख गाड़ियां बेचीं थी।
- मारूति सुज़ुकी स्विफ्ट– इसने नवंबर तक 1.92 इकाइयां बेचीं है और इसकी बिक्री में 3.75 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इसकी मासिक बिक्री 17,488 इकाइयों की है।
- मारुती सुजुकी वैगन आर – ए एम टी तकनीक से बनी इन गाड़ियों ने साल में 1.77 लाख इकाइयों की बिक्री दिखाकर कमाल कर दिया है। इसकी मासिक बिक्री 14,179 इकाइयों की है।
- ह्युंडई एलीट आई 20– इसे इंडियन कार ऑफ़ दि ईयर 2015 के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है और ये ह्युंडई की सबसे ज़्यादा बिकने वाली गाड़ीयों में से एक है। इसने साल में 1.19 लाख इकाइयों को बेचा है और औसतन महीने में 10,882 इकाइयों को बेचा है।
- ह्युंडई ग्रैंड आई 10– इस कोरीयन कंपनी ने साल में 1.11 लाख गाड़ियां बेचीं हैं और महीने में 10,118 इकाइयों की बिक्री की है।
- महिंद्रा बोलेरो– 80,914 इकाइयों की सालाना बिक्री के साथ ये गाड़ी शहर और गाँवों के लोगों में काफी चर्चित रहा है।
- होंडा सिटी– महीने में 6958 इकाइयों के साथ इस गाड़ी की सालाना बिक्री 76746 इकाइयां है इसे नवंबर की बिक्री में 3.61 प्रतिशत का घटा हुआ था।
- मारुती सुजुकी सेलेरिओ– ऑटो गियर शिफ्ट वाले इस गाड़ी ने इस साल 4 प्रतिशत की वृद्धि देखी और इसके 74,942 इकाइयों की बिक्री हुई।
- मारुती सुजुकी ओमनी– सबसे ज़्यादा किफायती गाड़ी माने जाने वाली इस गाड़ी ने भी 6616 इकाइयों का मासिक व्यवसाय किया और 72,778 इकाइयों का सालाना व्यवसाय किया।